कहता हूँ मै आज कि मेरा भारत बहुत महान है।
मेरे दिल के सबसे करीब मेरा हिंदुस्तान है ।
स्वप्न मेरा भी बनना देश का काबिल एक जवान है ।
जिस धरती पर जन्म लिया सौ बार उसे प्रणाम है ।
स्वप्न अगर पूरा हुआ तो ये एक देशभक्त की जबान है ,
काट दूँगा हर वो सर जो माँ तेरे लिए अभिशाप है ।
कहता हूँ मै आज कि मेरा भारत बहुत महान है ।
मेरे दिल के सबसे करीब मेरा हिंदुस्तान है ।
जिस तरह हरियाली तेरी माँ , इस तिरंगे की शान है ।
उसी तरह अशोक महान का चक्र भी हमारे लिए वरदान है।
विष्णुगुप्त का अखंड भारत आज लहू लुहान है ,
एक हिंदुस्तान है और दूजा पाकिस्तान है ।
कहता हूँ मै आज कि मेरा भारत बहुत महान है ।
मेरे दिल के सबसे करीब मेरा हिंदुस्तान है
(तरुण त्यागी)..