Monday 1 August 2016

घाटी में शांति स्थापना

अन्धकार भरी रातों को
अब तो तुम ढल जाने दो,
इस धरा से आतंकवाद को
जड़ से मिट जाने दो

सहकर्मियों को भी अब तो
तुम दंड मिल जाने दो,
चौराहों पर इन आदमखोरों को
फांसी लग जाने दो

घाटी को छलनी करने वालो तक
तुम एक सन्देश तो जाने दो,
मारा जायेगा हर आतंकी
वो अफजल हो या बानी हो

एक बार सेना को अब
अंतिम अभियान चलाने दो,
घाटी के कोने कोने से
आतंकवाद मिट जाने दो

मानवाधिकार की बातें करके जो
आतंकवाद को बचाते हैं,
एक बार उन अधिकारों को भी
तुम ठोकर लग जाने दो

फिर से केसर घाटी में
शांति स्थापित हो जाने दो,
इस धरा से आतंकवाद को
जड़ से मिट जाने दो

स्वर्ण मंदिर वाला मंजर एक बार
घाटी में दिख जाने दो,
इंदिरा गांधी जी की यादों को
पुनः स्मरण हो जाने दो

लोह फैसले देश हित में
सत्ता को कर जाने दो,
भारत भू की पावन घाटी में
शांति स्थापित हो जाने दो

अन्धकार भरी रातों को
अब तो तुम ढल जाने दो,
इस धरा से आतंकवाद को
जड़ से मिट जाने दो।।।