हार नहीं है सीख है ये
छूट नहीं जंजीर है ये
लगा लगन हो मगन
क्योंकि घाव नही
पर पीर है ये।
इस दर्द को समेटकर
चैलेजा तू इसकदर
भले कठिन हो डगर
तू रुके बस छु शिखर ।
उजाला हो या अन्धकार
दर्द भले ही हो अपार
तू तो बीएस भर हुंकार
जीत का ही कर विचार ।
हार नही है सीख है ये
छूट नहीं जंजीर है ये।